I am watching TV and I hear these dialogues... "तुम्हारी भक्ति से प्रसन्न होकर ही मैंने तुम्हे मरने से बचाया था".. "अपनी आत्मा मे झांको और तुम मुझे ही पावोगी"... This is not from "Sai Baba" or "Jai Mata Di" but from "Ssshhhh Phir Koi Hai" - A horror serial... What the f**k? यह क्या हो रहा है...
"कैसे बचावोगे अपने पति परमेश्वर को" "मे तो अपने पति को बचावूंगी चाहे उसके लिए मुझे अपने प्राण की बलि क्यों न देनी पड़े" This episode is enlightening... सही dialogue है... There should be more of this on TV
"मे कितना खुश नसीब हू की तुम्हारे वजह से मुझे माँ के दर्शन हो गए" This is how the episode ends...
मे कितना खुश नसीब हू की यह episode के दर्शन हुवे | भक्त जनों | जय माता दी |
Sunday, March 16, 2008
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